📄 New blog post: We finished the Chinese release
✕

Anna’s Archive

📚 The largest truly open library in human history. 📈 61,344,044 books, 95,527,824 papers — preserved forever.
AA 38TB
direct uploads
IA 304TB
scraped by AA
DuXiu 298TB
scraped by AA
Hathi 9TB
scraped by AA
Libgen.li 188TB
collab with AA
Z-Lib 77TB
collab with AA
Libgen.rs 82TB
mirrored by AA
Sci-Hub 90TB
mirrored by AA
⭐️ Our code and data are 100% open source. Learn more…
✕ Recent downloads:  
Home Home Home Home
Anna’s Archive
Home
Search
Donate
🧬 SciDB
FAQ
Account
Log in / Register
Account
Public profile
Downloaded files
My donations
Referrals
Explore
Activity
Codes Explorer
ISBN Visualization ↗
Community Projects ↗
Open data
Datasets
Torrents
LLM data
Stay in touch
Contact email
Anna’s Blog ↗
Reddit ↗
Matrix ↗
Help out
Improve metadata
Volunteering & Bounties
Translate ↗
Development
Anna’s Software ↗
Security
DMCA / copyright claims
Alternatives
annas-archive.li ↗
annas-archive.se ↗
annas-archive.org ↗
SLUM [unaffiliated] ↗
SLUM 2 [unaffiliated] ↗
SearchSearch DonateDonate
AccountAccount
Search settings
Order by
Advanced
Add specific search field
Content
Filetype open our viewer
more…
Access
Source
Language
more…
Display
Search settings
Download Journal articles Digital Lending Metadata
Results 1-1 (1 total)
lgli/KUNWER VIRENDRA VIKRAM SINGH GAUTAM (K V V S GAUTAM) कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम - Kuain Mein Bhang - Hasya Vyangya Rachnayen (कुँए में भाँग - हास्य व्यंग्य रचनाएँ) (SELF PUBLISHED).pdf
Kuain Mein Bhang - Hasya Vyangya Rachnayen (कुँए में भाँग - हास्य व्यंग्य रचनाएँ) KUNWER VIRENDRA VIKRAM SINGH GAUTAM (K V V S GAUTAM) कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम SELF PUBLISHED, HASYA RACHNAYEN
गत 50 वर्षों में लेखन की विभिन्न विधाओं में यथा कविता, ग़ज़ल, हास्य रचनाएँ {गद्य एवं पद्य} यदा-कदा लिखता रहा। वर्ष 1969 में प्रतिष्ठित पत्रिका धर्मयुग में पहली हास्य रचना {इस संकलन की प्रथम रचना} के प्रकाशन के बाद यदा-कदा रचनाओं का प्रकाशन विभिन्न पत्रिकाओं एवं स्थानीय समाचार पत्रों से होता हुआ वर्ष 1992 में ख़त आषाढ़ के प्रकाशन तक पहँचा जो मेरी कुछ कविताओं और ग़ज़लों का प्रथम मुद्रित संकलन था। इस पुस्तक में हास्य-व्यंग्य की एक भी रचना नहीं थी। इसका कारण था हास्य-व्यंग्य की रचनाओं की एक डायरी का लापता होना जो किसी मित्र की विशेष अनुकम्पा की भेंट चढ़ गई। फलस्वरूप, हास्य रचनाओं का प्रथम मुद्रित संकलन वर्ष 1999 में तब सामने आया जब विषयानुकूल और विधानुकूल रचनाओं की अलग-अलग सम्पूर्ण प्रस्तुति का विचार मन में आया। वर्ष 1999 में अनाहूत, बबूलोें के तले और कुँए में भाँग क्रमशः सम्पूर्ण कविता संग्रह, ग़ज़ल संग्रह और हास्य-व्यंग्य रचनाओं के संकलन के रूप में तैयार हुए।आज लगभग 20 वर्षों के बाद इन तीनों पुस्तकों और ख़त आषाढ़ के की प्रतियाँ अनुपलब्ध हैं। दूसरी ओर इन 20 वर्षों के दौरान नई रचनाओं का सृजन भी होता रहा। इसी बीच ई-बुक्स का दौर भी आ गया।अनाहूत, बबूलोें के तले और कुँए में भाँग को ई-बुक्स के रूप में नई रचनाओं को मिलाकर स्वप्रकाशित करने का विचार का परिणाम हैं ये प्रकाशन। इनमें अनाहूत और कुँए में भाँग पूर्व नाम के साथ प्रस्तुत हैं जबकि बबूलोें के तले नए नाम सुकून-ए-ख़ातिर नाम से प्रस्तुत है। दस्तावेज के रूप में तैयार ये विभिन्न संकलन मुख्य रूप से अगली पीढ़ी को समर्पित हैं -
Read more…
Hindi [hi] · PDF · 2.3MB · 📕 Book (fiction) · 🚀/lgli/zlib · Save
base score: 11063.0, final score: 17795.686
48 partial matches
lgli/KUNWER VIRENDRA VIKRAM SINGH GAUTAM (कुंवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम) - Anahoot (अनाहूत) 1(2020, SELF PUBLISHED).pdf
Anahoot (अनाहूत) 1 KUNWER VIRENDRA VIKRAM SINGH GAUTAM (कुंवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम) SELF PUBLISHED, KAVITAYE (POETRY IN HINDI), 1, E-BOOK, 2020
अपनी कृतियों के प्रति रचनाकार के हृदय में स्नेह स्वाभाविक है। इसके बावजूद गत 50 वर्षों में जो कुछ भी लिख सका, उसे करीने से सम्हाल नहीं सका। परिणाम स्वरूप अनेक रचनाएं काल के प्रवाह के साथ बह कर विस्मृति के सागर में समा गईं। हास्य-व्यंग्य की रचनाओं की एक डायरी किसी मित्रा की विशेष अनुकम्पा की भेंट चढ़ गई। इसका कारण समयाभाव अथवा कार्यक्षेत्रा की विषमताओं से अधिक मेरा आलस्य ही रहा जो हमेशा एक हिमालय बन कर मुझे रोकता रहा।मेरी ऐसी प्रकृति से परिचित मित्रों और स्वजनों के दबाव का परिणाम बन कर 1992 में सामने आया - ’’ख़त आषाढ़ के‘‘, जो मेरी कुछ कविताओं और ग़ज़लों का एक ऐसा संकलन था जिससे उन्हें किंचित सन्तोष मिला होगा, परन्तु मैं असन्तुष्ट रहा।विषयानुकूल और विधानुकूल रचनाओं की अलग-अलग सम्पूर्ण प्रस्तुति का विचार इस असन्तोष का कारण बना और अनाहूत, बबूलोें के तले और कुएंॅ में भंॅाग क्रमशः सम्पूर्ण कविता संग्रह, ग़ज़ल संग्रह और हास्य-व्यंग्य रचनाओं के संकलन के रूप में 1999 में तैयार हुए। सम्पूर्णता का विचार करके ही अनाहूत में उन कविताओं को भी शामिल किया था जो ख़त आषाढ़ के में प्रकाशित हो चुकी थीं। 1992 में प्रकाशित ख़त आषाढ़ के और 1999 में मुद्रित अनाहूत की प्रतियों की अनुपलब्धता इस इलैक्ट्रानिक संस्करण की प्रस्तुति का मुख्य कारण है।मुख्य रूप से अगली पीढ़ी को समर्पित-
Read more…
Hindi [hi] · PDF · 0.6MB · 2020 · 📕 Book (fiction) · 🚀/lgli/zlib · Save
base score: 11053.0, final score: 222.0838
lgli/डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम (Dr. K. V. V. S. Gautam) - ध्रुव सत्य (Dhruv Satya) (2020, Self Published).pdf
ध्रुव सत्य (Dhruv Satya) डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम (Dr. K. V. V. S. Gautam) Self Published, 2020
कोल इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी सेन्ट्रल माईन प्लानिंग एण्ड डिजाइन इन्सटीच्यूट लिमिटेड की गृह पत्रिका देशकाल सम्पदा के लिए रचित चुनिन्दा सम्पादकीय जो आज भी सामयिक हैं।समर्पित हैं उन्हें जो विभिन्न विषयों पर प्रस्तुत विचारों को ध्रुव सत्य की भांति स्वीकार करेंगे।
Read more…
Hindi [hi] · PDF · 0.9MB · 2020 · 📕 Book (fiction) · 🚀/lgli/zlib · Save
base score: 11058.0, final score: 187.8483
lgli/Dr. K. V. V. S. Gautam (डॉ. कुंवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम) - Sukun-E-Khatir (सुकून-ए-ख़ातिर) 11(2020, Self Published).pdf
Sukun-E-Khatir (सुकून-ए-ख़ातिर) 11 Dr. K. V. V. S. Gautam (डॉ. कुंवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम) Self Published, GAZAL, 11, 2020
A book on gazal in hindi script.गत 50 वर्षों में रचनाधर्मिता का प्रवाह जारी रहा– कभी बूंद-बूंद,कभी सैलाब बनकर। इस बीच कभी यूँ भी लगा कि यह प्रवाह कार्यक्षेत्र के मरुस्थल में हमेशा के लिए ग़र्क़ हो गया। पर 2012 के अंत में सेवानिवृत्ति के बाद की फुर्सत ने इस लुप्त प्रवाह को फिर पुनर्जीवित किया। ई-पुस्तक के रूप में तैयार ये संकलन ग़ज़ल के आशिक़ों को समर्पित हैं। ग़ज़ल ग़ज़ल ग़ज़ल ग़ज़ल ग़ज़ल ग़ज़लहिंदी ग़ज़ल हिंदी ग़ज़ल हिंदी ग़ज़लहिंदी गजल हिंदी गजल हिंदी गजल चाहे ग़ज़ल कहें, ग़ज़ल कहें या गजल,उर्दू न जानने वाले इसे एक ही मानते हैं. हिंदी भाषी ग़ज़ल के आशिकों को समर्पित है ये संकलन. मज़ा लें.
Read more…
Hindi [hi] · PDF · 1.3MB · 2020 · 📕 Book (fiction) · 🚀/lgli/zlib · Save
base score: 11063.0, final score: 155.42188
lgli/डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम - मील के पत्थर (2021, डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम).epub
मील के पत्थर डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम Hewlett-Packard; डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम, ग़ज़ल संग्रह, 2021
ई-पुस्तक केरूप में तैयार ग़ज़लों का यह संकलनग़ज़ल के आशिक़ों को समर्पित है। यह संग्रह 127ग़ज़लों का वह संग्रह है जो फरवरी 2021 में प्रकाशित ग़ज़ल संग्रह बयान-ए-दर्द(ई-पुस्तक) की 72 ग़ज़लों के अतिरिक्त हैं। ग़ज़लों के आकलन का काम ग़ज़ल के आशिक़ों काहै। डॉ.कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतमबी-607,सत्या एन्क्लेव, लेक एवेन्यू, कांके रोड, राँची – 834 008
Read more…
English [en] · EPUB · 0.2MB · 2021 · 📕 Book (fiction) · 🚀/lgli/zlib · Save
base score: 11058.0, final score: 134.90857
lgli/डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम - बयान-ए-दर्द (2021, डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम).epub
बयान-ए-दर्द डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम Hewlett-Packard; डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम, ग़ज़ल संग्रह, 2021
ई-पुस्तक के रूप में तैयार ग़ज़लों का यह संकलनग़ज़लके आशिक़ों को समर्पित है। यह संग्रह18सितम्बर 2020को प्रकाशित ग़ज़ल संग्रह दौर-ए-सितम (ई-पुस्तक) के बाद कोरोना काल कीनज़रबंदी के दौरान लिखी गई72ग़ज़लों कासंग्रह है। ग़ज़लों के आकलन का काम ग़ज़ल के आशिक़ों का है। डॉ.कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतमबी-607,सत्या एन्क्लेव, लेक एवेन्यू, कांके रोड, राँची – 834 008
Read more…
Hindi [hi] · EPUB · 0.2MB · 2021 · 📕 Book (fiction) · 🚀/lgli/zlib · Save
base score: 10053.0, final score: 134.2769
lgli/डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम - नग़्मा-ए-बुलबुल (2022, डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम).epub
नग़्मा-ए-बुलबुल डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम, Ghazals, 2022
ई-पुस्तक केरूप में तैयार ग़ज़लों का यह संकलनग़ज़ल के आशिक़ों को समर्पित है। इस संग्रह कीग़ज़लें लहभग 13 माह के विश्राम के बाद लिखी गई हैं। यह संग्रह मई 2021 में प्रकाशितग़ज़ल संग्रह मील के पत्थर (ई-पुस्तक) की 127 ग़ज़लों के अतिरिक्त हैं। ग़ज़लोंके आकलन का काम ग़ज़ल के आशिक़ों का है। डॉ.कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतमबी-607,सत्या एन्क्लेव, लेक एवेन्यू, कांके रोड, राँची – 834 008दिनांक:25जुलाई 2022
Read more…
Hindi [hi] · EPUB · 0.3MB · 2022 · 📕 Book (fiction) · 🚀/lgli/zlib · Save
base score: 11053.0, final score: 132.90953
lgli/Kunwer Virendra Vikram Singh Gautam [Gautam, Kunwer Virendra Vikram Singh] - दौर-ए-सितम (ग़ज़ल संग्रह).epub
दौर-ए-सितम (ग़ज़ल संग्रह) Kunwer Virendra Vikram Singh Gautam [Gautam, Kunwer Virendra Vikram Singh]
English [en] · EPUB · 0.2MB · 📕 Book (fiction) · 🚀/lgli/zlib · Save
base score: 11051.0, final score: 130.62105
nexusstc/साहिल से/77b97428d1ca7e3b338418737b686c7d.epub
साहिल से डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम Dr K V V S Gautam
साहिल सेडॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम
Read more…
Hindi [hi] · EPUB · 0.2MB · 📕 Book (fiction) · 🚀/nexusstc/zlib · Save
base score: 11048.0, final score: 130.30548
नग़्मा-ए-बुलबुल डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम
Hindi [hi] · FB2 · 0.5MB · 📕 Book (fiction) · 🚀/zlib · Save
base score: 11035.0, final score: 118.46796
नग़्मा-ए-बुलबुल डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम
Hindi [hi] · MOBI · 0.5MB · 📕 Book (fiction) · 🚀/zlib · Save
base score: 11035.0, final score: 117.642654
नग़्मा-ए-बुलबुल डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम
Hindi [hi] · LIT · 0.3MB · 📗 Book (unknown) · 🚀/zlib · Save
base score: 11030.0, final score: 114.81735
दश्त-ए-माज़ी (ग़ज़ल संग्रह) डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम, 2023
Hindi [hi] · EPUB · 0.2MB · 2023 · 📕 Book (fiction) · 🚀/zlib · Save
base score: 10047.0, final score: 114.01027
नग़्मा-ए-बुलबुल डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम
Hindi [hi] · PDF · 3.8MB · 📕 Book (fiction) · 🚀/zlib · Save
base score: 11055.0, final score: 114.01027
हिरासत से (ग़ज़ल संग्रह) डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम, 2023
Hindi [hi] · EPUB · 0.2MB · 2023 · 📕 Book (fiction) · 🚀/zlib · Save
base score: 10047.0, final score: 113.96295
नग़्मा-ए-बुलबुल डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम
Hindi [hi] · RTF · 1.1MB · 📕 Book (fiction) · 🚀/zlib · Save
base score: 11035.0, final score: 112.82889
नग़्मा-ए-बुलबुल डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम
Hindi [hi] · AZW3 · 0.4MB · 📕 Book (fiction) · 🚀/zlib · Save
base score: 11035.0, final score: 112.01205
बयान-ए-दर्द डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम Hewlett-Packard
Hindi [hi] · AZW3 · 0.3MB · 📗 Book (unknown) · 🚀/zlib · Save
base score: 11035.0, final score: 96.914536
बयान-ए-दर्द डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम Hewlett-Packard
Hindi [hi] · MOBI · 0.3MB · 📗 Book (unknown) · 🚀/zlib · Save
base score: 11035.0, final score: 95.06769
यदा-कदा डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम Hewlett-Packard
Hindi [hi] · EPUB · 0.3MB · 📗 Book (unknown) · 🚀/zlib · Save
base score: 11045.0, final score: 94.58121
बयान-ए-दर्द डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम Hewlett-Packard
RTF · 0.5MB · 📗 Book (unknown) · 🚀/zlib · Save
base score: 11028.0, final score: 94.54345
बयान-ए-दर्द डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम Hewlett-Packard
Hindi [hi] · FB2 · 0.3MB · 📗 Book (unknown) · 🚀/zlib · Save
base score: 11035.0, final score: 94.53427
बयान-ए-दर्द डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम Hewlett-Packard
Hindi [hi] · LIT · 0.2MB · 📗 Book (unknown) · 🚀/zlib · Save
base score: 10030.0, final score: 93.63553
बयान-ए-दर्द डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम Hewlett-Packard
Hindi [hi] · PDF · 2.0MB · 📕 Book (fiction) · 🚀/zlib · Save
base score: 11055.0, final score: 91.01919
दौर-ए-सितम (दौर-ए-कोरोना काल) डॉ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतम Hewlett-Packard, 2020
ई-पुस्तक के रूप में तैयार 114 ग़ज़लों का एक संकलन सुकून-ए-ख़ातिर 21जून 2020 को ग़ज़ल के आशिक़ों को समर्पित किया था।वर्तमान ग़ज़ल संग्रह कोरोना काल की ज़रूरी नज़रबंदी के दौरान महसूस की गई अनुभूतियों का एक पृथक दस्तावेज़ है। पिछले ग़ज़ल संग्रह की अंतिम 28 गज़लें भी कोरोना काल में ही तैयार हुईं थीं। अंत: उन्हें भी सम्पूर्णता के लिहाज़ से इस संग्रह में रखा गया हैं। आशा है कि ग़ज़ल के आशिक़ जिन्होंने कोरोना काल की नज़रबंदी को झेला है, इन ग़ज़लों से विशेष निकटता महसूस करेंगे:-
Read more…
Hindi [hi] · EPUB · 0.2MB · 2020 · 📕 Book (fiction) · 🚀/zlib · Save
base score: 11050.0, final score: 90.66693
lgli/Dr. Kunwar Virendra Vikram Singh Gautam - collection of Ghazals (2022, Auto-edition).epub
collection of Ghazals Dr. Kunwar Virendra Vikram Singh Gautam Hewlett-Packard; Auto-edition, 2022
Hindi [hi] · EPUB · 0.4MB · 2022 · 📕 Book (fiction) · 🚀/lgli/zlib · Save
base score: 11050.0, final score: 90.53383
lgli/Dr K V V S GAUTAM [GAUTAM, K V V S] - कुँए में भाँग (हास्य रचनाएँ) (2020, Dr K V V S GAUTAM [GAUTAM, K V V S]).epub
कुँए में भाँग (हास्य रचनाएँ) Dr K V V S GAUTAM [GAUTAM, K V V S] Dr K V V S GAUTAM [GAUTAM, K V V S], 2020
A collection of satire in Hindi (Include Poetry and Prose)
Read more…
Hindi [hi] · EPUB · 1.9MB · 2020 · 📕 Book (fiction) · 🚀/lgli/zlib · Save
base score: 11063.0, final score: 65.075
lgli/Dr K V V S GAUTAM [GAUTAM, K V V S] - अनाहूत (कविता संग्रह) (2020, Dr K V V S GAUTAM [GAUTAM, K V V S]).epub
अनाहूत (कविता संग्रह) Dr K V V S GAUTAM [GAUTAM, K V V S] Dr K V V S GAUTAM [GAUTAM, K V V S], 2020
A poetry collection in Hindi
Read more…
Hindi [hi] · EPUB · 1.4MB · 2020 · 📕 Book (fiction) · 🚀/lgli/zlib · Save
base score: 11063.0, final score: 64.98948
lgli/Dr K V V S GAUTAM & Dell [GAUTAM, K V V S & Dell] - Sukun-E-Khatir (A Gazal Sangrah) (2020, Dr K V V S GAUTAM [GAUTAM, K V V S]).epub
Sukun-E-Khatir (A Gazal Sangrah) Dr K V V S GAUTAM & Dell [GAUTAM, K V V S & Dell] Dr K V V S GAUTAM [GAUTAM, K V V S], 2020
A collection of Hindi Gazals.
Read more…
Hindi [hi] · EPUB · 0.2MB · 2020 · 📕 Book (fiction) · 🚀/lgli/zlib · Save
base score: 11053.0, final score: 64.84709
lgli/Dr Manmohan Gautam (डॉ मनमोहन गौतम) - Bhramar Geet Ka Kaway Waivabh (भ्रमर गीत का काव्य वैभव) (1967, Ram Chandra Gupta, Regal Book Depot, Delhi-6).pdf
Bhramar Geet Ka Kaway Waivabh (भ्रमर गीत का काव्य वैभव) Dr Manmohan Gautam (डॉ मनमोहन गौतम) Ram Chandra Gupta, Regal Book Depot, Delhi-6, 1967
भ्रमर गीत में सूरदास ने उन पदों को समाहित किया है जिनमें मथुरा से कृष्ण द्वारा उद्धव को बर्ज संदेस लेकर भेजा जाता है और उद्धव जो हैं योग और ब्रह्म के ज्ञाता हैं उनका प्रेम से दूर दूर का कोई सरोकार नहीं है। जब गोपियाँ व्याकुल होकर उद्धव से कृष्ण के बारे में बात करती हैं और उनके बारे में जानने को उत्सुक होती हैं तो वे निराकार ब्रह्म और योग की बातें करने लगते हैं तो खीजी हुई गोपियाँ उन्हें काले भँवरे की उपमा देती हैं। बस इन्हीं करीब १०० से अधिक पदों का संकलन भ्रमरगीत या उद्धव-संदेश कहलाया जाता है।उद्धव योग और ब्रह्म के ज्ञाता हैं। उनका प्रेम से दूर-दूर का कोई सम्बन्ध नहीं है। जब गोपियाँ व्याकुल होकर उद्धव से कृष्ण के बारे में बात करती हैं और उनके बारे में जानने को उत्सुक होती हैं तो वे निराकार ब्रह्म और योग की बातें करने लगते हैं तो खीजी हुई गोपियाँ उन्हें 'काले भँवरे' की उपमा देती हैं। इन्हीं लगभग 100 पदों का समूह भ्रमरगीत या 'उद्धव-संदेश' कहलाता है। प्राचीन संस्कृत हिंदी काव्याचार्यों के मतानुसार उपालंभ काव्य मुख्यत: शृंगारकाव्य का एक भेद, जिसमें नायिका की विश्वस्त सखी उपालंभ (उलाहना) देकर नायक को नायिका के अनुकूल करती है। लेकिन सर्वत्र सखी द्वारा ही नायिका नायक को उपालंभपूर्ण संदेश नहीं देती, बल्कि संयोग शृंगार में नायिका स्वयं ही नायक को उपालंभ देती है। कहीं-कहीं नायिका, पक्षी, मेघ अथवा पवन द्वारा भी नायक को उपालंभ भेजती है। ऐसा प्राय: वियोग शृंगार में देख पड़ता है।
Read more…
Hindi [hi] · PDF · 10.3MB · 1967 · 📘 Book (non-fiction) · 🚀/lgli/zlib · Save
base score: 11063.0, final score: 63.352455
lgli/Dr K V V S GAUTAM - Dhruv Satya (2020, Dr K V V S GAUTAM).epub
Dhruv Satya Dr K V V S GAUTAM Dr K V V S GAUTAM, 2020
कोल इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी सेन्ट्रल माईन प्लानिंग एण्ड डिजाइन इन्सटीच्यूट लिमिटेड की गृह पत्रिका देशकाल सम्पदा के लिए रचित चुनिन्दा सम्पादकीय जो आज भी सामयिक हैं।समर्पित हैं उन्हें जो विभिन्न विषयों पर प्रस्तुत विचारों को ध्रुव सत्य की भांति स्वीकार करेंगे।
Read more…
Hindi [hi] · EPUB · 0.9MB · 2020 · 📕 Book (fiction) · 🚀/lgli/zlib · Save
base score: 11058.0, final score: 62.756718
lgli/Dr K V V S GAUTAM - अनाहूत (Anahoot) (2020, Dr K V V S GAUTAM).epub
अनाहूत (Anahoot) Dr K V V S GAUTAM Dr K V V S GAUTAM, 2020
अपनी कृतियों के प्रति रचनाकार के हृदय में स्नेह स्वाभाविक है। इसके बावजूद गत 50 वर्षों में जो कुछ भी लिख सका, उसे करीने से सम्हाल नहीं सका। फलस्वरूप अनेक रचनाएँ काल के प्रवाह के साथ बह कर विस्मृति के सागर में समा गईं। हास्य-व्यंग्य की रचनाओं की एक डायरी किसी मित्र की विशेष अनुकम्पा की भेंट चढ़ गई। इसका कारण समयाभाव अथवा कार्यक्षेत्र की विषमताओं से अधिक मेरा आलस्य ही रहा जो हमेशा एक हिमालय बन कर मुझे रोकता रहा।मेरी ऐसी प्रकृति से परिचित मित्रों और स्वजनों के दबाव का परिणाम बन कर 1992 में सामने आया - ख़त आषाढ़ के, जो मेरी कुछ कविताओं और ग़ज़लों का एक ऐसा संकलन था जिससे उन्हें किंचित सन्तोष मिला होगा, परन्तु मैं असन्तुष्ट रहा।विषयानुकूल और विधानुकूल रचनाओं की अलग-अलग सम्पूर्ण प्रस्तुति का विचार इस असन्तोष का कारण बना और अनाहूत, बबूलों के तले और कुएँ में क्रमशः सम्पूर्ण कविता संग्रह, ग़ज़ल संग्रह और हास्य-व्यंग्य रचनाओं के संकलन के रूप में 1999 में तैयार हुए। सम्पूर्णता का विचार करके ही अनाहूत में उन कविताओं को भी शामिल किया था जो ख़त आषाढ़ के में प्रकाशित हो चुकी थीं। 1992 में प्रकाशित ख़त आषाढ़ के और 1999 में मुद्रित अनाहूत की प्रतियों की अनुपलब्धता इस इलैक्ट्रानिक संस्करण की प्रस्तुति का मुख्य कारण है।मुख्य रूप से अगली पीढ़ी को समर्पित- - डाॅ. कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतमदिनांक: 22 जून, 2020
Read more…
Hindi [hi] · EPUB · 0.1MB · 2020 · 📕 Book (fiction) · 🚀/lgli/zlib · Save
base score: 10053.0, final score: 62.49037
lgli/Dr K V V S GAUTAM - कुँए में भाँग (KUAIN MEIN BHANG) (2020, Dr K V V S GAUTAM).epub
कुँए में भाँग (KUAIN MEIN BHANG) Dr K V V S GAUTAM Dr K V V S GAUTAM, 2020
गत 50 वर्षों में लेखन की विभिन्न विधाओं में यथा कविता, ग़ज़ल, हास्य रचनाएँ {गद्य एवं पद्य} यदा-कदा लिखता रहा। वर्ष 1969 में प्रतिष्ठित पत्रिका धर्मयुग में पहली हास्य रचना {इस संकलन की प्रथम रचना} के प्रकाशन के बाद यदा-कदा रचनाओं का प्रकाशन विभिन्न पत्रिकाओं एवं स्थानीय समाचार पत्रों से होता हुआ वर्ष 1992 में ख़त आषाढ़ के प्रकाशन तक पहुँचा जो मेरी कुछ कविताओं और ग़ज़लों का प्रथम मुद्रित संकलन था। इस पुस्तक में हास्य-व्यंग्य की एक भी रचना नहीं थी। इसका कारण था हास्य-व्यंग्य की रचनाओं की एक डायरी का लापता होना जो किसी मित्र की विशेष अनुकम्पा की भेंट चढ़ गई। फलस्वरूप, हास्य रचनाओं का प्रथम मुद्रित संकलन वर्ष 1999 में तब सामने आया जब विषयानुकूल और विधानुकूल रचनाओं की अलग-अलग सम्पूर्ण प्रस्तुति का विचार मन में आया। वर्ष 1999 में अनाहूत, बबूलों के तले और कुएँ में भाँग क्रमशः सम्पूर्ण कविता संग्रह, ग़ज़ल संग्रह और हास्य-व्यंग्य रचनाओं के संकलन के रूप में तैयार हुए।आज लगभग 20 वर्षों के बाद इन तीनों पुस्तकों और ख़त आषाढ़ के की प्रतियाँ अनुपलब्ध हैं। दूसरी ओर इन 20 वर्षों के दौरान नई रचनाओं का सृजन भी होता रहा। इसी बीच ई-बुक्स का दौर भी आ गया।अनाहूत, बबूलों के तले और कुएँ में भाँग को ई-बुक्स के रूप में नई रचनाओं को मिलाकर स्वप्रकाशित करने का विचार का परिणाम हैं ये प्रकाशन। इनमें अनाहूत और कुएँ में भाँग पूर्व नाम के साथ प्रस्तुत हैं जबकि बबूलों के तले नए नाम सुकून-ए-ख़ातिर नाम से प्रस्तुत है।दस्तावेज के रूप में तैयार ये विभिन्न संकलन मुख्य रूप से अगली पीढ़ी को समर्पित हैं -
Read more…
Hindi [hi] · EPUB · 0.9MB · 2020 · 📕 Book (fiction) · 🚀/lgli/zlib · Save
base score: 11058.0, final score: 62.34559
lgli/Dr K V V S GAUTAM - Sukun-E-Khatir (A Gazal Sangrah) (220, Dr K V V S GAUTAM).epub
Sukun-E-Khatir (A Gazal Sangrah) Dr K V V S GAUTAM Dr K V V S GAUTAM, 220
विधानुकूल रचनाओं की सम्पूर्ण प्रस्तुति का विचार अनाहूतए बबूलों के तले और कुएँ में भाँग क्रमशः सम्पूर्ण कविता संग्रह, ग़ज़ल संग्रह और हास्य.व्यंग्य रचनाओं के संकलन के रूप में 1999 में फलीभूत हुआ। सम्पूर्णता का विचार करके बबूलों के तले में उन ग़ज़लों को भी शामिल किया था जो ख़त आषाढ़ के में प्रकाशित हो चुकी थीं। लगभग 20 वर्षों के अंतराल पर आज ये स्वप्रकाशित पुस्तक भी अनुपलब्ध है।गत 20 वर्षों में भी रचनाधर्मिता का प्रवाह जारी रहा - कभी बूंद.बूंदए, कभी सैलाब बनकर। इस बीच कभी यूँ भी लगा कि यह प्रवाह कार्यक्षेत्र के मरुस्थल में हमेशा के लिए ग़र्क़ हो गया। पर 2012 के अंत में सेवानिवृत्ति के बाद की फुर्सत ने इस लुप्त प्रवाह को फिर पुनर्जीवित किया। पूर्वप्रकाशित पुस्तकों की अनुपलब्धता ने प्रस्तुत ग़ज़ल संग्रह में समस्त ग़ज़लों को समेटने का कारण दिया है। ई.पुस्तक के रूप में तैयार ये संकलन ग़ज़ल के आशिक़ों को समर्पित हैं.
Read more…
Hindi [hi] · EPUB · 0.2MB · 📕 Book (fiction) · 🚀/lgli/zlib · Save
base score: 11053.0, final score: 62.14189
lgli/Dr K V V S GAUTAM - नग़्मा-ए-बुलबुल (2022, Dr K V V S Gautam).epub
नग़्मा-ए-बुलबुल Dr K V V S GAUTAM Hewlett-Packard; Dr K V V S Gautam, 2022
ई-पुस्तक केरूप में तैयार ग़ज़लों का यह संकलनग़ज़ल के आशिक़ों को समर्पित है। इस संग्रह कीग़ज़लें लहभग 13 माह के विश्राम के बाद लिखी गई हैं। यह संग्रह मई 2021 में प्रकाशितग़ज़ल संग्रह मील के पत्थर (ई-पुस्तक) की 127 ग़ज़लों के अतिरिक्त हैं। ग़ज़लोंके आकलन का काम ग़ज़ल के आशिक़ों का है। डॉ.कुँवर वीरेन्द्र विक्रम सिंह गौतमबी-607,सत्या एन्क्लेव, लेक एवेन्यू, कांके रोड, राँची – 834 008दिनांक:10 जुलाई जून 2022
Read more…
Hindi [hi] · EPUB · 0.4MB · 2022 · 📕 Book (fiction) · 🚀/lgli/zlib · Save
base score: 11053.0, final score: 61.950108
अनाहूत (Anahoot) Dr K V V S GAUTAM Dr K V V S GAUTAM
English [en] · FB2 · 0.2MB · 📗 Book (unknown) · 🚀/zlib · Save
base score: 10040.0, final score: 54.317513
अनाहूत (Anahoot) Dr K V V S GAUTAM Dr K V V S GAUTAM
Hindi [hi] · PDF · 0.7MB · 📗 Book (unknown) · 🚀/zlib · Save
base score: 11045.0, final score: 54.239468
अनाहूत (Anahoot) Dr K V V S GAUTAM Dr K V V S GAUTAM
LIT · 0.1MB · 📗 Book (unknown) · 🚀/zlib · Save
base score: 10028.0, final score: 54.239468
अनाहूत (Anahoot) Dr K V V S GAUTAM Dr K V V S GAUTAM
RTF · 0.3MB · 📗 Book (unknown) · 🚀/zlib · Save
base score: 11028.0, final score: 54.182426
अनाहूत (Anahoot) Dr K V V S GAUTAM Dr K V V S GAUTAM
English [en] · MOBI · 0.1MB · 📗 Book (unknown) · 🚀/zlib · Save
base score: 10040.0, final score: 53.45027
अनाहूत (Anahoot) Dr K V V S GAUTAM Dr K V V S GAUTAM
English [en] · AZW3 · 0.2MB · 📗 Book (unknown) · 🚀/zlib · Save
base score: 10040.0, final score: 53.2982
Rifaximin, a pregnane X receptor (PXR) activator regulates apoptosis in a murine model of breast cancer Swetlana Gautam & Priyanka Singh & Manjari Singh & Subhadeep Roy & Jitendra K. Rawat & Rajnish K. Yadav & Uma Devi & Pushpraj S. Gupta & Shubhini A. Saraf & Gaurav Kaithwas Royal Society of Chemistry, 2018
RSC Advances (2018), 8, 3512-3521, doi:10.1039/C7RA09689E
Read more…
PDF · 4.7MB · 2018 · 📗 Book (unknown) · 🚀/zlib · Save
base score: 11058.0, final score: 51.435318
nexusstc/नग़्मा-ए-बुलबुल/f1cc0b0ec1b9366072fbf49ba34c46a5.epub
नग़्मा-ए-बुलबुल Dr. K V V S Gautam Dr K V V S Gautam, 2022
Hindi [hi] · EPUB · 0.2MB · 2022 · 📕 Book (fiction) · 🚀/nexusstc/zlib · Save
base score: 11047.0, final score: 51.354153
upload/newsarch_ebooks/2018/04/06/1786390329.pdf
Advances in PGPR research Singh, Harikesh Bahadur; Sarma, Birinchi; Keswani, Chetan; Abhilash, P. C.; Agaras, Betina Cecilia; Anand, Gautam; Al-Ani, Laith K. Tawfeeq; Arizmendi, Fabiola Padilla; Salazar-Badillo, Fatima Berenice; Bakshi, Mansi; Bedmar, E.J.; Biessy, Adrien; Bisaria, Virendra S.; Bisen, Kartikay; Bruzos, Marieta Marin; López-Bucio, Jesús Salvador; López-Bucio, Jose; Ortiz-Castro, Randy; Mauricio-Castillo, Jorge Armando; Chaudhry, Vasvi; Chaudhry, Niladri; Chitara, Manoj Kumar; Choudhary, Pooja; Dubey, Manish Kumar; Dubey, Pradeep Kumar; Dubey, Rama Kant; Edirisi, Sheikh Adil; Filion, Martin; Franchi, Elisabetta; Goyal, Deepika; Cripps-Guazzone, Natalia; Hill, Robert; Castellano-Hinojosa, Antonio; Ikeda, Angela Cristina; Nieto-Jacobo, María Fernanda; Kamle, Madhu; Kandula, Diwakar; Keswani, Chetan; Kumar, Gagan; Kumar, Pradeep; Kumari, Punam; Lally, Richard Daniel; Lawry, Robert; Nogueira-López, Guillermo; Maharshi, Anupam; Mantri, Shrikant S.; Marcillo, Rafael Jorge Leon; Mavrodi, Dmitri V. CAB International, 1, Wallingford, UK, 2017
Rhizosphere biology is approaching a century of investigations wherein growth-promoting rhizomicroorganisms (PGPR) have attracted special attention for their ability to enhance productivity, profitability and sustainability at a time when food security and rural livelihoods are a key priority. Bio-inputs -- either directly in the form of microbes or their by-products -- are gaining tremendous momentum and harnessing the potential of agriculturally important microorganisms could help in providing low-cost and environmentally safe technologies to farmers. __Advances in PGPR Research__ explores these recent developments and includes coverage of:\* low input biofertilizers and biofungicides used for sustainable agriculture\* molecular techniques to enhance efficacy of microbial inputs\* intellectual property issues in PGPR researchWritten by a team of experts, this book considers new concepts and global issues in bio-pesticide research and evaluates the implications for sustainable productivity. It is an invaluable resource for researchers in applied agricultural biotechnology, microbiology and soil science, and also for industry personnel in these areas
Read more…
English [en] · PDF · 6.8MB · 2017 · 📘 Book (non-fiction) · 🚀/lgli/lgrs/nexusstc/upload/zlib · Save
base score: 11065.0, final score: 50.36988
lgli/1-s2.0-S092544392400557X-main-safe.pdf
Linking COVID-19 and cancer: Underlying mechanism Tyagi, Sourabh (author);Tyagi, Nipanshi (author);Singh, Anu (author);Gautam, Akanksha (author);Singh, Awantika (author);Jindal, Shelja (author);Singh, Rana P. (author);Chaturvedi, Rupesh (author);Kushwaha, Hemant Ritturaj (author) Elsevier BV, 2025
PDF · 9.4MB · 2025 · 📘 Book (non-fiction) · lgli · Save
base score: 11050.0, final score: 50.363663
lgli/Alekhya Shiv & Devika Das & Gautam Sasidharan & Himanshu Singh & Jisha John & Keya Kulkarni & Rajesh Kumar & Sharad Raj C - String in the Garland (Volume Book 1) (2018, Rise of Literati).pdf
String in the Garland (Volume Book 1) Alekhya Shiv & Devika Das & Gautam Sasidharan & Himanshu Singh & Jisha John & Keya Kulkarni & Rajesh Kumar & Sharad Raj C Rise of Literati, Volume 1, 2018
English [en] · PDF · 0.7MB · 2018 · 📕 Book (fiction) · 🚀/lgli/zlib · Save
base score: 11060.0, final score: 49.63439
lgli/Alekhya Shiv & Devika Das & Gautam Sasidharan & Himanshu Singh & Jisha John & Keya Kulkarni & Rajesh Kumar & Sharad Raj C - String in the Garland (Volume Book 1) (2018, Rise of Literati).azw
String in the Garland (Volume Book 1) Alekhya Shiv & Devika Das & Gautam Sasidharan & Himanshu Singh & Jisha John & Keya Kulkarni & Rajesh Kumar & Sharad Raj C Rise of Literati, Volume 1, 2018
English [en] · AZW · 0.5MB · 2018 · 📕 Book (fiction) · 🚀/lgli/zlib · Save
base score: 11040.0, final score: 49.616196
lgli/माया Maya (Marathi Edition) by विक्रम भागवत, Vikram Bhagwat [विक्रम भागवत, Vikram Bhagwat] (z-lib.org).epub
माया: Maya (Marathi Edition) विक्रम भागवत, Vikram Bhagwat [विक्रम भागवत, Vikram Bhagwat] Self Published, PT, 2020
. . . . ", .? !" . . , . - , ... ... ...., , , ..... ......... . ...... ... . '' . , , to the skin and flesh , ... , . . ... .. ! ... ?.. ? .... .. .. ..
Read more…
Marathi [mr] · EPUB · 1.1MB · 2020 · 📕 Book (fiction) · 🚀/lgli/lgrs/zlib · Save
base score: 11055.0, final score: 48.88109
Magnetically retrievable Ce-doped Fe3O4 nanoparticles as scaffolds for the removal of azo dyes Aashima & Shivani Uppal & Arushi Arora & Sanjeev Gautam & Suman Singh & R. J. Choudhary & S. K. Mehta Royal Society of Chemistry
RSC Advances (2019), 9, 23129-23141, doi:10.1039/C9RA03252E
Read more…
English [en] · PDF · 1.4MB · 📗 Book (unknown) · 🚀/zlib · Save
base score: 11063.0, final score: 48.101757
Previous 1 Next
Previous 1 Next
Anna’s Archive
Home
Search
Donate
🧬 SciDB
FAQ
Account
Log in / Register
Account
Public profile
Downloaded files
My donations
Referrals
Explore
Activity
Codes Explorer
ISBN Visualization ↗
Community Projects ↗
Open data
Datasets
Torrents
LLM data
Stay in touch
Contact email
Anna’s Blog ↗
Reddit ↗
Matrix ↗
Help out
Improve metadata
Volunteering & Bounties
Translate ↗
Development
Anna’s Software ↗
Security
DMCA / copyright claims
Alternatives
annas-archive.li ↗
annas-archive.se ↗
annas-archive.org ↗
SLUM [unaffiliated] ↗
SLUM 2 [unaffiliated] ↗